नेहा

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लेखनी प्रतियोगिता -01-May-2022

भीड़ में मुश्कुराना गलत बात है,

सबसे नजरें मिलाना गलत बात है,
प्यार हमसे है तो हमी से कहो,
सबको सच ये बताना गलत बात है ।

तन्हा रातों में सोना ,
अब गवाँरा नही,
चाँद भी तुझसे ज्यादा ,
अब प्यारा नही,
तु ही मेरे जीने का मकसद,
दूजा कोई सहारा नही ,
यू बेसहारा करना,
 गलत बात है,
मुझ से किनारा करना ,
गलत बात है।  

हमने आँखों में सपने  फिर से सजाए,
माथे पर बिंदी,
होठों पर लाली लगायें,
पैरों में पायल छन_छन बजती जाए,
हाथों का कंगन तुमको बुलाए,
बुलाने पर न आना,
 गलत बात है,
देखकर छुप जाना,
 गलत बात हैं ।

शायरा हुँ मै ,
मेरे शायरी है तुमसे,
तेरे ख्यालो में रहते   है,
हम गुम से,
 प्यार में करना गुमान ,
गलत बात है ,
बेबफाई का देना इनाम ,
गलत बात है ।
भीड़ में मुस्कुराना,
 गलत बात है,
सबसे नजरे

#ओपनमाइकप्रतियोगिता





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10 Comments

Shrishti pandey

02-May-2022 09:29 PM

Very nice

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Renu

02-May-2022 03:30 PM

👍👍

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Swati chourasia

02-May-2022 12:15 PM

Very beautiful 👌

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नेहा

02-May-2022 02:43 PM

Thanks

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